कुछ हादसे "सुर्खियाँ"
में जरुर आ जाते हैं ! लेकिन
इस का मतलब यह नहीं है कि बस यही हादसा पूरी सच्चाई है ! दिल्ली का निर्भया काण्ड लोगों
बहुतों को विचलित कर गया ! लेकिन यह देश का पहला और आख़िरी बलात्कार काण्ड नहीं
था ! उसके पहले और बाद में भी यह वीभत्सता बदस्तूर जारी है ! सीरिया के मासूम का मौत
के आगोश में सो जाना भी कोई पहला और आखरी मामला नहीं है ! मासूमों और निर्दोषों को
अपने निहित स्वार्थों के लिए बलि चढाने का यह यह अमानवीय कृत्य दुनिया के कई देशों
में बदस्तूर जारी है ! हाल-बहरहाल एक दुखद घटना से ही सही, हम सब जागे तो हैं ! लेकिन
यकीन मानिए, हम सब जल्दी ही सो जायेंगे !
इसके बाद जो कुछ जैसा चलता आया है , चल रहा है , चलता रहेगा !
इंसानियत को विनम्र श्रदांजलि !
इसके बाद जो कुछ जैसा चलता आया है , चल रहा है , चलता रहेगा !
इंसानियत को विनम्र श्रदांजलि !